HINDI KAHANI STORY FOR DUMMIES

hindi kahani story for Dummies

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मुंशी प्रेमचन्द हिन्दी कहानी संसार के लिए वरदान बनकर आये, इनकी हिन्दी की पहली कहानी

जैनावदी वेगम, शेरशाह का न्याय, आदि) आचार्य

बिष्णु प्रभाकर एक सुधारवादी लेखक हैं। इन्होंने वर्तमान समय की समाजिक व्यवस्था तथा

बरगद का साया। अटल पैन्यूली 'उत्तराखंडी'।

प्रमुख प्रगतिवादी कहानीकार और उनकी रचनाएँ इस प्रकार हैं- 

विवाद है। हिन्दी गद्य की प्रारम्भिक अवधि में मुंशी इंशा अल्ला खाँ ने 'उदय भान चरित्र' या रानी केतकी की

(एक) जब तक गाड़ी नहीं चली थी, बलराज जैसे नशे में था। यह शोर-गुल से भरी दुनिया उसे एक निरर्थक तमाशे के समान जान पड़ती थी। प्रकृति उस दिन उग्र रूप धारण किए हुए थी। लाहौर का स्टेशन। रात के साढ़े नौ बजे। कराची एक्सप्रेस जिस प्लेटफ़ार्म पर खड़ी थी, वहाँ चन्द्रगुप्त विद्यालंकार

चाव से सुनते और सुनाते थे। इनके अतिरिक्त, पुराण, रामायण, महाभारत, पन्चतंत्र, बेताल पच्चीसी, जातक कथाएँ आदि कई प्राचीन ग्रन्थ इन कहानियों का आदि स्रोत

उत्पन्न उलझनों का विश्लेषण करने वाले इनकी कहानी जहाँ लोक प्रिय और सर्वग्राह्य

चार ब्राह्मण और शेर : पंचतंत्र की कहानी

दो मछलियाँ और मेंढक : पंचतंत्र की कहानी

था। हिन्दी कहानी के इस विकास पर हरी दृष्टि डालने के लिए हमें हिन्दी कहानी के

प्रेमचन्द की कहानी शैली से बिल्कुल भिन्न कहानियाँ हैं। एक राष्ट्रवादी

धन से बढकर मेहनत ही सफलता की कुंजी है हिन्दी कहानी

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